मनुष्य में ही है परमात्मा का वास
अगर आप भाव में भर कर परमात्मा का वंदन करते है, तो उसे पाने के लिये आपको कहीं और जाने की जरूरत नही।परमात्मा को एक बार जान लिया, तो उसका अस्तित्व आपको हर दिशा में महसूस होने लगेगा।आपको अपना शरीर मंदिर जैसा लगने लगेगा, क्योंकि आपके रूप मे स्वयं परमात्मा ने एक मूर्ति गढी़ है।
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